रायपुर। आरक्षण संशोधन विधेयक पर राज्यपाल के हस्ताक्षर की मांग को लेकर कांग्रेस मंगलवार को रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में जन अधिकार रैली कर रही है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा पहुंचीं। कांग्रेस के अनुसार इसमें शामिल होने के लिए उसे 70 समाजों का समर्थन मिला हुआ है ।
कांग्रेस ने इसमें दस लाख कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भागीदारी की मांग की। वहीं, इस सभा में जिले भर से बड़ी संख्या में लोग जुटे।
पीसीसी चीफ ने कहा-
जन अधिकार रैली को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम बोले, भाजपा आरक्षण विरोधी है। छत्तीसगढ़ के जनता के हक के लिए यह ऐतिहासिक रैली है। ये आम आदमी की रैली है। भाजपा का चाल चरित्र उजागर हो गया है। भाजपा आरक्षण खत्म करना चाहती है। गांव में जाकर भाजपा को बेनकाब करना है। बस्तर में भाजपा ने धर्म के नाम पर आग लगाया। अब भाजपा बदला ले रही है अब 2023 में जनता को भाजपा को जीरो सीट देना है। आगामी चुनाव में भाजपा से भी बदला लेना है।
आरक्षण जरूरी है
जनरैली से पहले अपने संबोधन में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि नौकरी और प्रवेश के लिए आरक्षण जरूरी है। हमे लगा की महामहिम राज्यपाल उदार है उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा था कि आप बिल लाए। गृह मंत्री ने कहा कि महामहिम राज्यपाल लाकर से आरक्षण की फाइल निकलें और हस्ताक्षर करें।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा पद में रहने का अधिकार नहीं
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने जनरैली के संबोधन में राज्यपाल पर टिप्पणी करते हुए कहा यदि वह आरक्षण बिल पर हां या ना नहीं कर पा रही है तो उन्हें स्वयं अपनी जिम्मेदारी से अलग कर लेना चाहिए। टीएस सिंहदेव ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में 20 हजार भर्तियां होनी है। वहीं कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि अगर राज्यपाल संविधान की रक्षा नहीं कर सकती है तो उन्हें पद में रहने का अधिकार नहीं है।