राजभवन बना रजनीतिक अखाड़ा, फिर गरमाया आरक्षण का मुद्दा

CG News Today



रायपुर। आरक्षण पर राज्य सरकार ने विधेयक पास कर राज्यपाल के पास अनुमिति के लिए भेज दिया है लेकिन हफ्ते भर से ज्यादा दिन हो गए अभी तक राज्यपाल ने हस्ताक्षर नहीं किए  हैंं।  जिसके बाद अब इस पर राजनीति शुरू हो गई है। भाजपा का कहना है कि सरकार चाहती हैं छत्तीसगढ़ के लोग पढ़े लिखे मत, गोबर गौमूत्र बेचे इसलिए आरक्षण षड्यंत्र तरीके से लाया गया हैं । इधर विधेयक पर अभी तक नहीं हुए हस्ताक्षर को कांग्रेस कह रही है कि राजभवन के ऊपर पूरा विश्वास है। वह संवैधानिक प्रमुख है राजभवन भाजपा के दबाव में नहीं आने वाला है।

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षड्यंत्र तरीके से लाया गया

आरक्षण को लेकर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार चाहती हैं छत्तीसगढ़ के लोग पढ़े लिखे मत, गोबर गौमूत्र बेचे इसलिए आरक्षण षड्यंत्र तरीके से लाया गया हैं।

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वरिष्ठ मंत्री रविंद्र चौबे का कहना

भानुप्रतापपुर चुनाव को ध्यान में रखकर ये कदम उठाया, बिना अध्ययन के हमारे सारे आपत्तियों को दरकिनार किया।

इसका परिणाम अब हर वर्ग को भुगतना पड़ेगा ।

वहीं सरकार के प्रवक्ता और वरिष्ठ मंत्री रविंद्र चौबे का कहना है कि राजभवन भारतीय जनता पार्टी के दबाव में नहीं आएगा।

हमें राजभवन के ऊपर पूरा विश्वास है वह संवैधानिक प्रमुख है राजभवन भाजपा के दबाव में नहीं आने वाला है ।

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हस्ताक्षर में नहीं होने के कारण युवाओं में शंका जा रहा है कि राजभवन भाजपा का शिकार तो नहीं हो रहा है।

उम्मीद है कि राजभवन को राजनीतिक अखाड़ा ना बनाया जाए और यह सब से ऊपर उठकर जनता के हितों में फैसला लेने के लिए तत्काल विधेयक पर अनुमति देनी चाहिए।