रायपुर। छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके अपने एक दूसरे दौरे पर बालोद जिले के राजाराव पठार पहुंची। यह आयोजित वीर मेला शहीद वीरनारायण सिंह की शहादत दिवस और आदिवासी समाज महासम्मेलन में शामिल हुई। इस दौरान राज्यपाल का पारंपरिक आदिवासी नृत्य से स्वागत किया गया । राज्यपाल ने पहले शहीद वीर नारायण सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया वही देव गुड़ी में पूजा-अर्चना भी की।
वीर नारायण सिंह शहादत दिवस : राज्यपाल और CM बघेल ने किया नमन
राज्यपाल ने वीर मेला के भव्य आयोजन के लिए सामाजिक जनों को बधाई दी। राज्यपाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ वीरों की धरती है ।
यहां भी महान आदिवासी नेता व जिन्होंने आजादी गुलामी की लड़ाई लड़ी। देश में आदिवासी समाज के लिए कानून बनाए गए हैं।
अगर समाज को लगता है फिर उसका पालन नहीं हो रहा है तो समाज महासम्मेलन के माध्यम से अपनी बात रखता है जो बहुत अच्छी बात है। आजादी के बाद आदिवासी समाज के साथ जो होता आया है सिर्फ समाज की एकजुटता से ही समाज को बचा के रखा है ।
प्राकृतिक वादी आदिवासी समाज बहुत सरल भोला भाला है । जब भी मैं इस समाज के बारे में सोचती हूं तो काफी गहन विचार करती हूं । समाज को सब मिले यही मेरी सोच है।
4 दिन बीत गए विधेयक पर नहीं हुए राज्यपाल के हस्ताक्षर
इसलिए मैं हमेशा कहती हूं कि संविधान में पांचवी अनुसूची में समाज के लिए बहुत कुछ दिया गया है। इस दौरान राज्यपाल के हाथों आदिवासी युवक युवती परिचय सम्मेलन की पुस्तिका का विमोचन और समाज के वरिष्ठ जनों का सम्मान भी कराया गया।