बिलासपुर। बिलासपुर सिटी सर्किल में लाइन लॉस विद्युत विभाग के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। तमाम कवायदों के बाद भी विभाग लाइन लॉस को कंट्रोल नहीं कर पा रहा है। सिटी सर्किल का लाइन लॉस बढ़ा हुआ है। स्थिति ये है कि लाइन लॉस 15 प्रतिशत से अधिक हो गया है। बिजली चोरी लाइन लॉस के बढ़ने का एक बड़ा कारण माना जा रहा है।
15 प्रतिशत लाइन लॉस में जा रहा है
दरअसल बिलासपुर सिटी सर्किल में दो डिविजन आते हैं। दोनों डिविजन मिलाकर करीब सवा लाख विद्युत उपभोक्ता हैं। जिनके लिए करीब 271 करोड़ यूनिट बिजली खपत होता है। लेकिन बिजली खपत के लिहाज से विद्युत विभाग लाइन लॉस को कंट्रोल नहीं कर पा रहा है।
अब भी बिजली खपत का करीब 15 प्रतिशत लाइन लॉस में जा रहा है, जो बिजली विभाग के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। सामान्य तौर पर बिजली विभाग का लाइन लॉस का टारगेट करीब 11 प्रतिशत है। लेकिन बिलासपुर सिटी सर्किल में ये लाइन लॉस 15 प्रतिशत से ऊपर है।यह भी पढ़ें..
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40 करोड़ यूनिट लाइन लॉस में जा रहा है
ऐसे में बिजली खपत के लिहाज से देखें तो करीब 40 करोड़ यूनिट लाइन लॉस में जा रहा है, जो टारगेट से काफी अधिक है।
तमाम कवायदों के बाद भी विद्युत विभाग इस लाइन लॉस को कंट्रोल नहीं कर पा रहा है।
बिजली चोरी को लाइन लॉस के बढ़ने का बड़ा कारण माना जाता है।
ऐसे में विद्युत विभाग बिजली चोरी के खिलाफ अभियान चलाकर लगातार कार्रवाई कर रहा है।
पुराने या खराब मीटर जिससे लाइन लॉस की संभावना है, उसे भी बदला जा रहा है, समय -समय पर खुद विजिलेंस की टीम भी लाइन लॉस कम करने अभियान चलाकर कार्रवाई कर रही है, इसके बावजूद विभाग इसपर कंट्रोल पाने में फेल है।
हालांकि, विद्युत अधिकारी लाइन लॉस कम करने के लिए प्रयास करने की बात कह रहे हैं।
विद्युत अधिकारियों की माने तो इसके लिए लगातार कार्रवाई जारी है, बिजली चोरी पर नकेल कसने के साथ मीटर बदलने का काम किया जा रहा है।
गौरतलब है कि, बिजली विभाग के सामने लाइन लॉस को 11 प्रतिशत तक लाने का टारगेट है, जिसे मार्च तक पूरा करना है, लेकिन जो स्थिति है विभाग के सामने लाइन लॉस कम करना बड़ी चुनौती बना हुआ है।