जांजगीर चांपा । जांजगीर चांपा जिले के अकलतरा ब्लाक के ग्राम पंचायत अर्जुनी में शराब दुकान के सामने बड़ी संख्या में महिलाओं ने 70 दिन से अधिक समय से धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं । महिलाएं ‘दारू नहीं चाहिए’ और ‘दारू भट्ठी नहीं खुलने देंगे’ का नारा लगाते हुए आबकारी विभाग के खिलाफ जमकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
ग्रामीण महिलाएं 70 दिन से धरने पर बैठी हुई हैं
बता दें कि ग्राम अर्जुनी के टिकरापारा में दारू भट्टी के सामने महिलाएं 70 दिन से धरने पर बैठी हुई हैं। प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि इससे पहले दारू भट्ठी बोहापारा में खुली थी, जिसे 75 दिनों के आंदोलन के बाद बंद कराया गया था। अब नए देशी शराब की भट्ठी को खोलने के लिए टिकरापारा को आबकारी विभाग ने चुना है लेकिन वे ऐसा नहीं होने देंगी।
आक्रोशित महिलाएं 70 दिनों से दारू भट्टी के सामने प्रदर्शन कर रही हैं। महिलाओं का कहना है कि हमें अर्जुनी गांव क्षेत्र के किसी भी जगह पर दारू भट्ठी नहीं चाहिए।
गांव का माहौल खराब होता है, साथ ही बच्चे भी बड़ों को देखकर चोरी-छिपे शराब पीने लगते हैं, जिससे पढ़ाई-लिखाई की उम्र में उनका भविष्य खराब हो जाता है। गांव की महिलाओं ने कहा कि शराब से भरा वाहन आया था, जिसे हमने रोक लिया और एक भी बोतल उतरने नहीं दी।
कलेक्टर ने आश्वासन दिया
ग्राम अर्जुनी की महिलाएं ने बताया कि कई बार कलेक्टर ऑफिस जाकर कलेक्टर से मिलकर ज्ञापन दिए थे , कलेक्टर ने आश्वासन दिया था कि जल्द इस पर कार्यवाही किया जाएगा, लेकिन उसके बावजूद 80 दिन से अधिक हो गया है । शराब की दुकानें नहीं हटाई गई है।
जिससे महिलाओं में काफी आक्रोश नजर आ रहा है। अब महिलाएं यह भी बोल रही हैं कि अर्जुनी के टिकरापारा में शराब की दुकान फिर से खुल जाएगी।
जिसके बाद स्कूली बच्चे को आने जाने में काफी प्रॉब्लम होगी और गांव के अन्य लोगों को भी आने जाने में काफी समस्या होगी।
जिसके चलते महिलाएं अब जब तक शराब की दुकानें यहां से नहीं हटेगी तब तक हम यहां पर डटे रहेंगे कह रही है।
साथ ही महिलाओं का कहना है कि आने वाले विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव का गांव के लोगों के द्वारा पूर्ण रूप से बहिष्कार किया जाएगा ।
आबकारी विभाग से चर्चा की गई
वहीं इस बारे में आबकारी विभाग से चर्चा की गई तो अधिकारियों का कहना है कि इस विषय पर किसी भी प्रकार की चर्चा नहीं की जाएगी ।
क्योंकि वहां आबकारी विभाग के द्वारा शराब की दुकानें खोल दी गई है शराब बिक्री होना है या नहीं होना यह बात की बात है ।
उनका कहना है कि हमारी सरकारी रिकॉर्ड पर हम वहां पर शराब की दुकान खोल दिए है।
इस बात को आज नहीं तो महिलाओं को समझ में आ जाएगा और वहां से हट जाएंगे ।
इस विषय पर हमने बाइट लेने के लिए आबकारी अधिकारी को बोला तो बाइट देने से कतरा रहे हैं।
इस विषय पर किसी भी प्रकार की चर्चा नहीं करने की बात कर रहे हैं।
स्कूली बच्चे ने कहा कि हम इस रोड से रोजाना आना-जाना करते हैं।
यहां पर शराब की दुकानें खुल जाएगी तो हमें आने जाने में प्रॉब्लम होगी।
क्योंकि यहां पर शराबी भी रहेंगे इससे हमारे बोर्ड परीक्षा प्रभावित होगी।