शहीद को नम आंखो से दी गई अंतिम विदाई, उमड़ पड़ा पूरा गांव

CG News Today



धमतरी।  भारत-चीन सीमा सियाचीन में पदस्थ धमतरी का लाल मनीष नेताम शहीद हो गया। जिसके पार्थिव देह का राजकीय सम्मान के साथ आज अंतिम संस्कार उनके गृहग्राम में किया गया। शहीद के पिता ने चीता को मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार से पहले उनके पार्थिव शरीर को  सम्मान के साथ पूरे गांव में भम्रण कराया। ग्रामीणों ने शहीद को नम आंखो से फूलो की वर्षा कर अंतिम विदाई दी। वहीं शहीद के पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन के लिए आस-पास के दर्जन भर गांव के लोगों के साथ जिले के एसपी, महापौर , विधायक , पूर्व विधायक सहित भाजपा और कांग्रेस के तमाम नेतागण ग्राम खरेंगा उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ का सपूत लद्दाख में हुआ शहीद, दो दिन बाद पार्थिव शरीर पहुंचेगा गृह ग्राम

शहीद का 2018 में मराठा रेजीमेंट में चयन हुआ था

बता दें कि  जिले के ग्राम खरेंगा निवासी राजेन्द्र ध्रुव का एकलौता बेटा मनीष ध्रुव का साल 2018 में मराठा रेजीमेंट में चयन हुआ था। जिसका पहला पोस्टिंग राजस्थान में हुआ था। जिसके बाद उसकी पोस्टिंग 6 महिने पहले भारत-चीन सीमा सियाचीन पर हुई थी। वहीं 28 दिसंबर को ड्यूटी के दौरान मनीष नेताम की तबीयत अचानक खराब हो गई, जिसे तत्काल सेना के अस्पताल में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत गई।

 

सिक्किम में बड़ा हादसा, 16 जवान शहीद, 4 घायल

दिन  रात कड़ी मेहनत से यहां तक पहुंचा था

गौरतलब है कि मनीष ध्रुव का पोस्टिंग लद्दाक जैसे बर्फीले इलाके में थी जहां पारा माइनस 40 डिग्री है।  बताया जा रहा है कि मनीष पढ़ाई के समय से ही समाज और देश सेवा की ही बात करता रहता था और भारतीय सेना में शामिल होने के लिए उसने दिन  रात कड़ी मेहनत की थी। शहीद  मनीष के लगन और अथक परिश्रम के बदौलत उनका चयन मराठा रेजीमेंट में हुआ था।

बता दे की शहीद की एक बहन है और जीजा भी आर्मी में  कार्यरत है। वहीं घर का एकलौता चिराग के शहीद होने की खबर के बाद उसके माता-पिता  बुरा हाल है।

हांलाकि उनके पिता को गर्व है कि देश के लिए उनका बेटा कुर्बान हो गया। शहीद के दोस्तों का कहना है कि मनीष ने सेना में जाने के लिए काफी मेहनत किया था, सेना के अधिकारियो ने बताया की मनीष बहुत अच्छा जवान था, जिसकी कमी पूरा नही हो पाएगी।