- खोमन साहू
रायपुर। जशपुर जिले के तीनों विधानसभा सीटों में जीत का परचम लहराने के लिए भाजपा गढ़ वापसी अभियान शुरू करने के लिए तैयार है। नगरपालिका जशपुर की पूर्व अध्यक्ष प्रियवंदा सिंह जूदेव ने इस बात को भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष अरूण साव से कही है। अरूण साव अपने दो दिवसीय जशपुर प्रवास के पहले दिन जूदेव से मिलने उनके टेलीफोन एक्सचेंज के पास स्थित कार्यालय पहुंचे थे।
जहां उन्होंने पार्टी संगठन, जनप्रतिनिधियों और पार्टी से जुड़े अनुषांगिक संगठनों के साथ बैठक कर,संगठन के विस्तार और आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति व मुद्दों पर चर्चा की।
प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की बैठक अंबिकापुर में शुरू
जशपुर में गढ़ वापसी अभियान की होगी शुरुआत
गढ़ वापसी अभियान को लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने इसकी जानकारी दी है अरुण साहू ने बताया कि जसपुर में गढ़ वापसी अभियान चलाया जाएगा साथ ही भारतीय जनता पार्टी के सभी विधानसभा में पार्टी की जीत के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जा रहा है , उन्होंने जशपुर को हमेशा से ही भारतीय जनता पार्टी का गढ़ बताया और वजह है कि वहां गढ़ वापसी अभियान चलाई जाएगी।
चूँकि जशपुर आदिवासी बहुल क्षेत्र है जहां लगातार धर्मांतरण का मामला सामने आ रहा था जिस पर बीजेपी ने विधानसभा सवाल में भी सवाल उठाया, अब यह मुद्दा प्रदेश में भाजपा विधानसभा चुनाव के लिए विशेष मानी जा रही है, क्योंकि इससे पहले 2021 में जशपुर में दिवंगत बीजेपी नेता दिलीप सिंह जूदेव के बाद पुत्र प्रबल प्रताप सिंह ने 300 परिवार के 1200 से अधिक लोगों को फिर से हिंदू धर्म में वापस शामिल किया गया। जिले के पत्थलगांव स्थित खूंटापानी गांव में एक बड़े आयोजन के दौरान ऑपरेशन घर वापसी का कार्यक्रम किया गया।
अभियान को लेकर सीएम ने दिए बयान
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा द्वारा चलाए जा रहे गढ़ वापसी अभियान को लेकर कहा कि बीजेपी के पास कुछ मुद्दा नहीं बचा है और यही वजह है कि वह धर्मांतरण और संप्रदायिकता साथ ही दंगा फैलाने जैसे का आरोप भी मुख्यमंत्री ने भारतीय जनता पार्टी पर लगाया है भारतीय जनता युवा मोर्चा रैली का भी मुख्यमंत्री ने जिक्र किया और उनकी इस रैली में मारपीट का जो मामला सामने आया था उसको हिंसात्मक बताया और साथ ही नारायणपुर की घटना कभी उन्होंने जिक्र करते हुए भारतीय जनता पार्टी पर कड़ा प्रहार किया है।
प्रदेश में दोनों ही पार्टियां एक दूसरे पर वार और पलटवार कर रही हैं चाहे व धर्मांतरण का मामला हो या फिर कांग्रेस पार्टी द्वारा चलाए जा रहे भारत जोड़ो यात्रा की लेकिन अब यह तो वक्त ही बताएगा क्योंकि छत्तीसगढ़ में इसी वर्ष विधानसभा का चुनाव होना है और इस पर भाजपा और कांग्रेस जनता के मुद्दे पर कितना खरा उतर पाती है।