
छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के चलते लगे लॉकडाउन के बीच अस्पताल प्रबंधन की शर्मनाक हरकत सामने आई है। जांजगीर में दो साल की बच्ची को सांप ने काट लिया। परिजन जिला अस्पताल ले गए, पर बच्ची की मौत हो गई। अस्पताल प्रबंधन ने शव परिजनों को सौंप दिया, लेकिन ले जाने के एंबुलेंस तक उपलब्ध नहीं कराई। इसके बाद परिजन पॉलीथिन में लपेटकर बाइक से शव ले गए।
दरअसल, जिला मुख्यालय से थोड़ी दूर स्थित ग्राम बनारी के सबरिया डेरा निवासी शीतल गोंड़ (2 साल) पिता गोपाल प्रसाद गोंड़ शुक्रवार को खेल रही थी। इसी दौरान सांप ने उसे काट लिया। परिजनों को पता चला तो पहले उसकी झाड़-फूंक करते रहे, पर जब तबीयत ज्यादा बिगड़ने लगी तो जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां इलाज शुरू होने से पहले ही शरीर में जहर फैलने से बच्ची की मौत हो गई।
लॉकडाउन के कारण प्राइवेट वाहन भी नहीं मिल सका
अस्पताल प्रशासन ने बच्ची का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। परिजन काफी देर तक शव ले जाने के लिए वाहन तलाश करते रहे, लेकिन लॉकडाउन के चलते उन्हें नहीं मिला। गोपाल ने बताया कि उन्होंने अस्पताल से भी वाहन मांगा, पर नहीं दिया गया। इसके बाद शव को परिजनों ने पॉलीथिन में लपेटा और बाइक पर ही घर ले गए।
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