
नौवीं, दसवीं और बाहरवीं के स्टूडेंट्स की पढ़ाई ऑनलाइन कराई जाएगी। सोमवार से एक कार्यक्रम की शुरुआत की जा रही है जिसके तहत स्टूडेंट्स को यू-ट्यूब चैनल से भी पढ़ाई कराई जाएगी। इसका संचालन माध्यमिक शिक्षा मंडल करेगा। स्कूल अपने स्तर पर भी ऑनलाइन पढ़ाई करा सकेंगे। वाट्सएप ग्रुप, फोन से भी उनकी पढ़ाई हो सके ऐसी व्यवस्था होगी। यह बातें रविवार को शहर पहुंचे स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला ने मीडिया कर्मियों से बातचीत के दौरान कहीं।
सचिव शुक्ला ने कहा कि स्कूल बंद होने की वजह से हाईस्कूल और हायर सेकंडरी स्कूलों की पढ़ाई काफी प्रभावित हुई है। इसे देखते हुए नई प्लानिंग की गई हैं। स्कूलों में शिक्षकों को माध्यमिक शिक्षा मंडल के द्वारा नौवीं से बारहवीं तक के स्टूडेंट्स के लिए हर महीने का असाइनमेंट दिया जाएगा। शिक्षक उसकी जांच करेंगे इसके बाद इसे स्टूडेंट्स को भेजा जाएगा।
सचिव ने कहा, स्कूल में अंग्रेजी माध्यम विद्यालय उत्कृष्ट विद्यालय के तौर पर उबरे यही कोशिश की जा रही है। स्कूल में पढ़ाई और व्यवस्था बेहतर हो कलेक्टर इसकी मॉनिटरिंग खुद करेंगे। सिलेबस कम करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सिलेबस जितना कम करना था कम किया जा चुका है। आगे स्कूलों में बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा सके इसकी कोशिश की जा रही है। बाकी प्रायमरी और मिडिल क्लासेस के बच्चों की पढ़ाई पंचायतों में अलग-अलग जगहों में कराई जा रही है।
पढ़ाई तुंहर पारा का निरीक्षण किया
सचिव आलोक शुक्ला ने शांति नगर कनकबीरा, मल्दा ब, डोंगीपानी के प्रायमरी और मिडिल के स्कूलों में चल रहे पढ़ाई तुंहर पारा का निरीक्षण किया। दोपहर ढाई बजे अंग्रेजी माध्यम के स्कूल के बिल्डिंग का निरीक्षण किया। अंग्रेजी माध्यम के स्कूल के शिक्षकों से चर्चा करते हुए कहा कि शिक्षक इंग्लिश मीडियम स्कूल में बेहतर रिजल्ट देने पर फोकस करें। सर्किट हाउस में ऑनलाइन पढ़ाई में अच्छा रिजल्ट देने वाले शिक्षक तराईमाल की निशा सिंह, घरघोड़ा से विजय पंडा, डोंगीपानी से शशि बैरागी, धरमजयगढ़ से निरंजन पटेल, धनागर से अंजय कुमार सहित अन्य शिक्षकों से मिलकर बात की।
अव्यवस्थाओं पर जताई नाराजगी
सचिव आलोक शुक्ला नटवर स्कूल का निरीक्षण करने के लिए दोपहर 3 बजे पहुंचे। ग्राउंड फ्लोर में 18 कमरे हैं उसे पढ़ाने के लिए उपयोग ना करते हुए प्रशासनिक और अन्य काम के लिए उपयोग किए जाने की जानकारी मिलने पर नाराज हुए। अव्यवस्था और सफाई नहीं होने की वजह से अफसरों को सचिव से नाराजगी झेलनी पड़ी। इस स्कूल के जीर्णोद्धार के लिए पीडब्ल्यूडी को 20 लाख रुपए दिए गए हैं।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/35dqg31
0 komentar