
छत्तीसगढ़ के नवगठित जिले गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में बुधवार देर रात एक युवक ने अपने ही बड़े भाई के परिवार को पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया। घटना में बड़े भाई सहित, उसकी पत्नी और 7 साल की बेटी की मौत हो गई। जबकि 5 साल का बेटे की हालत गंभीर है। उसे उपचार के लिए मध्य प्रदेश के शहडोल रेफर किया गया है। वारदात के बाद युवक ने भी फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली।

जानकारी के मुताबिक, वेंकटनगर जिले के जैतहरी क्षेत्र स्थित ग्राम धनगवा निवासी ओमकार विश्वकर्मा और उसके सौतेले छोटे भाई दीपक विश्वकर्मा में संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था। पूरा परिवार एक साथ ही रहता था। बताया जा रहा है कि रात करीब 1.30 बजे दीपक ने भाई ओमकार के सो रहे परिवार पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग एकत्र हो गए।
ग्रामीणों ने आग पर काबू पाया, लेकिन 3 लोग दम तोड़ चुके थे
सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और ग्रामीणों के साथ मिलकर किसी तरह आग पर काबू पाया। हालांकि तब तक ओमकार (35), उसकी पत्नी कस्तूरिया, बेटी और 5 साल का बेटा चपेट में आ गए। किसी तरह ग्रामीणों ने उन्हें निकालने का प्रयास किया, लेकिन तब तक तीनों की मौत हो चुकी थी। वहीं बेटे को स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां से गंभीर हालत होने के कारण उसे रेफर कर दिया गया।

घटना से पहले दोनों भाइयों के बीच जमकर हुआ था झगड़ा
इस दौरान दीपक ने खुद को बगल के कमरे में बंद कर लिया और फंदा लगाकर जान दे दी। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर उसके शव को नीचे उतारा। पुलिस ने पंचनामा भरकर सभी के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बताया जा रहा है कि भाइयों के बीच संपत्ति को लेकर अक्सर विवाद होता रहता था। घटना वाले दिन भी दोनों के बीच जमकर झगड़ा हुआ। आशंका है कि इसी के चलते दीपक ने हत्या का दी।
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