
कार्तिक पूर्णिमा पर सोमवार को पुन्नी स्नान की परंपरा निभाई गई। ब्रह्ममुहूर्त से लोग शहर के नदी-तालाबों में जुटने लगे थे। इसके बाद शिव-पार्वती की पूजा कर लोगों ने पारिवारिक सुख-समृद्धि और कोरोना से मुक्ति की कामना की।
हर साल इस मौके पर सबसे ज्यादा भीड़ महादेवघाट में लगी थी। हजारों लोग पुण्य स्नान के लिए यहां जुटते थे, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के चलते कम लोग ही पहुंचे। खारुन नदी में स्नान के बाद लोगों ने हटकेश्वरनाथ महादेव मंदिर जाकर बाबा के दर्शन किए। पुजारी सुरेश गिरी महाराज ने बताया कि प्रशासनिक गाइडलाइन का पालन करते हुए भक्तों को मंदिर में प्रवेश दिया गया। लोगों ने शिवजी के साथ पार्वती माता की पूजा की और खुशहाली मांगी। उन्होंने बताया कि पीछे का प्रवेश द्वार बड़ा है। भक्तों को पीछे से मंदिर में प्रवेश दिया गया ताकि फिजिकल डिस्टेंसिंग बनी रहे।
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