
संतोषीनगर से पुरानी धमतरी रोड पर सेजबहार-भरेंगाभाठा तक कई बड़े आवासीय प्रोजेक्ट लांच हुए हैं, लेकिन यह पहली बार है जब पीडब्ल्यूडी ने संतोषीनगर चौक से 15 किमी आगे तक टू-लेन सड़क को फोरलेन बनाने का काम शुरू किया है। शहर के डेवलपमेंट को ध्यान में रखते हुए यह रोड फोरलेन की जा रही है, ताकि अगले 20 साल तक ट्रैफिक की दिक्कत न आए। 210 करोड़ रुपए के इस प्रोजेक्ट से रायपुर के लोगों को दूसरा बड़ा लाभ यह होने वाला है कि इस सड़क से धमतरी जाना काफी आसान हो जाएगा। दरअसल माना-कुरुद होकर जाने वाले नेशनल हाईवे से धमतरी की दूरी 77 किमी है। इस सड़क से यह दूरी केवल 57 किमी है, अर्थात 20 किमी कम। लेकिन लोग संतोषीनगर से संकरी सड़क के कारण इस रोड से धमतरी कम जा रहे थे। फोरलेन होने से इस रोड पर धमतरी का ट्रैफिक बढ़ेगा, जिससे नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक दबाव भी घटकर आधा हो जाने की उम्मीद है।
पुराना धमतरी रोड के शहर से 15 किमी दूरी तक के हिस्से को फोरलेन करने का फैसला हाल में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ पीडब्ल्यूडी मंत्री व अफसरों की बैठक में लिया गया। दरअसल राजधानी के इस दक्षिणी इलाके में दर्जनभर से ज्यादा वार्ड हैं और आबादी लगभग दो लाख हो रही है। यहां के लोगों का मानना था कि संताेषी नगर से सेजबहार और आगे तक शहर का विस्तार तो हो रहा है, लेकिन सड़क जैसी बुनियादी सुविधा के मामले में यह पूरा इलाका काफी पिछड़ गया है। यही नहीं, नए धमतरी रोड का प्रेशर कम करने का मामला भी उठा। इसलिए तय किया गया कि इस सड़क को संतोषीनगर चौक से भरेंगाभाठा तक 15 किमी फोरलेन कर दिया जाए। पुलिस के सर्वे के आधार पर बैठक में यह भी बताया गया कि अभी नेशनल हाईवे से धमतरी जाने में लगभग पौने 2 घंटे लग रहे हैं। अगर पुराना धमतरी रोड को कुछ दूर तक फोरलेन कर दिया जाए, तो फिर उसके आगे ट्रैफिक कम है। ऐसे में रायपुर से धमतरी का सफर घटकर तकरीबन सवा घंटे का हो जाएगा।
राजधानी वालों को ये फायदे
1. नवा रायपुर-कमल विहार की बेहतर कनेक्टिविटी
2. सेजबहार तक 2 लाख शहरी आबादी को लाभ
3. शहर विस्तार-रियल एस्टेट को था अच्छा सपोर्ट
सालभर में ही बनेगी फोरलेन
संतोषीनगर से सेजबहार तक अभी टू-लेन रोड है। उसके आगे भरेंगाभाठा तक सिंगल रोड है। इस वजह से आवागमन में असुविधा हो रही है। यही नहीं, अफसरों ने सीएम के साथ हुई बैठक में प्रजेंटेशन दिया कि सिंगल रोड की वजह से राजधानी उस दिशा में आगे नहीं बढ़ पा रही है। इसीलिए सड़क को फोरलेन करने का फैसला किया गया। यही नहीं, फैसले के एक माह के भीतर काम भी शुरू कर दिया गया है। भास्कर टीम को मौके पर निर्माण एजेंसियों तथा पीडब्ल्यूडी से जुड़े अफसरों ने बताया कि अधिकतम एक साल में 15 किमी की सड़क फोरलेन में तब्दील हो जाएगी।
नवा रायपुर-कमल विहार से कनेक्ट
पुरानी धमतरी रोड से नवा रायपुर को जोड़ने का भी प्लान है। नवा रायपुर के लिए सड़क तो है, लेकिन कनेक्टिविटी बेहतर नहीं है। इसी तरह कमल विहार को भी तेजी से विकसित करने की दिशा में इस सड़क को फोरलेन किया जा रहा है। सड़क के बाद इस इलाके में कई नए प्रोजेक्ट भी लांच करने की तैयारी है। इसके अलावा, भरेंगाभाठा तक फोरलेन सड़क को प्रस्तावित अभनपुर-पाटन मार्ग से भी जोड़ा जाएगा। लिहाजा, फोरलेन के बाद राजधानी तथा नजदीकी छोटे शहरों से लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी मिल जाएगी।
"राजधानी के विस्तार को ध्यान में रखते हुए संतोषीनगर चौक से 15 किमी तक सड़क फोरलेन की जा रही है। इसकी गुणवत्ता पर खास ध्यान रखा है, क्योंकि यह भविष्य की बेहद उपयोगी सड़क है। सालभर में यह पूरी हो जाएगी।"
-एसके कोरी,प्रोजेक्ट डायरेक्टर-एडीबी
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