
शहर के अलग-अलग इलाकों में सोने की चेन लूटने की 9 वारदातें करने वाला अभिषेक जोशी पकड़ा गया। आरोपी ने दुर्ग-भिलाई में भी 25 से ज्यादा चेन लूट की वारदातें की हैं। दुर्ग पुलिस ने उसे रायपुर पुलिस के साथ चलाए संयुक्त अभियान के दौरान दो दिन पहले पकड़ा। रायपुर में उसने लॉकडाउन के दौरान 9 वारदातें करना स्वीकार किया है। पुलिस को आरोपी ने बताया कि प्रेम में धोखा खाने के बाद उसने लूटपाट शुरू की। पुलिस के अनुसार अभिषेक रायपुर की लड़की से प्रेम करता था। युवती की किसी दूसरे से शादी हो गई।
उसके बाद से वह लुटेरा बन गया और उसने युवती और महिलाओं के गले से चेन लूटना शुरू कर दिया। अभिषेक ने राजेंद्र नगर, डीडी नगर, टिकरापारा, तेलीबांधा समेत रायपुर में 9 लूटपाट करना कबूल किया है। उससे लूट का 25 मोबाइल जब्त हुआ है, जिसमें रायपुर में हुई लूट की घटना का फोन भी शामिल है। रायपुर पुलिस की टीम गुरुवार को आरोपी को गिरफ्तार करने भिलाई जाएगी। पुलिस को शक है कि आरोपी से मोबाइल लूटपाट के और भी मामलों का खुलासा हो सकता है।
एएसपी लखन पटले ने बताया कि अभिषेक जोशी को 2014 में देवेंद्र नगर पुलिस ने लूटपाट के मामले में गिरफ्तार किया था। वह एक साल पहले ही जेल से छूटा है। उसके खिलाफ भिलाई में ठगी का भी केस दर्ज है। अभिषेक के पिता बैंक में कैशियर थे। अभिषेक इकलौता था। उसके माता-पिता की मौत हो चुकी है। वह एक युवती से शादी करने वाला था, लेकिन नहीं हो पाई। उसके बाद उसने युवतियों से लूटपाट शुरू कर दी। वह हमेशा चाकू और मिर्ची पावडर लेकर चलता है। चाकू दिखाकर या झपट्टा मारकर लूटपाट करता है। अगर कोई विरोध करता है तो वह आंखों में मिर्ची पावडर झोंका देता है। या फिर चाकू से हमला करता है। अभिषेक ने लॉकडाउन के दौरान रायपुर में 9 घटना की है। ज्यादातर मामलो में उसने मोबाइल ही लूटा है। वह चेन स्नेचिंग भी करता है। वह जिस शहर में घटना करता है, उसे छोड़ देता है। अभिषेक नशा करने का आदी है। उसने अपने शौक पूरा करने के लिए देवेंद्र नगर का अपना ढाई करोड का बंगला 45 लाख रुपए में बेच दिया है।
आधे दाम में बेच देता था मोबाइल
अभिषेक लूट का मोबाइल आधे दाम में बेच देता था। वह ज्यादातर ग्रामीण इलाके में ही लूट का मोबाइल बेचने जाता था। उसका कुछ मोबाइल कारोबारियों से भी लिंक है, जिन्हें मोबाइल देता था।
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