शहर में खुलने वाले प्रदेश के 7वें सरकारी मेडिकल कॉलेज के लिए उच्च शिक्षा विभाग की ओर से मंगलवार को नेशनल मेडिकल कमीशन को आवेदन भेजा गया। इसके साथ ही अगले शैक्षणिक सत्र 2021-22 से पढ़ाई शुरू करने इस सप्ताह इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी के भवन का हैंडओवर होगा।
इसके बाद अलग-अलग विभागों को शुरू करने मौजूद भवन में जरूरी निर्माण करते हुए मेडिकल कॉलेज बनाने का कार्य होगा। चिकित्सकीय उपकरण मंगवाए जाएंगे। साथ ही डॉक्टरों समेत अन्य स्टाफ की नियुक्तियां शुरू होगी। सभी तरह की तैयारियां पूरी होने के बाद नेशनल मेडिकल कमीशन के पास प्रस्ताव भेजेंगे। तब कमीशन की टीम निरीक्षण के लिए आएगी। खामियां नहीं मिली तो नए कॉलेज के लिए कमीशन की स्वीकृति मिल जाएगी।
डीन की नियुक्ति के साथ ही सेटअप जारी
प्रदेश में कोरबा, कांकेर और महासमुंद में नए सरकारी मेडिकल कॉलेज खुलेंगे। प्रदेश सरकार ने तीनों मेडिकल कॉलेज खोलने की प्रक्रिया में तेजी लाने डीन की नियुक्ति के साथ सेटअप जारी किया है। इसमें तय हुआ है कि कॉलेज में कितने डॉक्टर व कितने स्टाफ रहेंगे। इसके आधार पर ही जल्द नियुक्तियां होगी। नियुक्त होने वाले डॉक्टर व अन्य स्टाफ को जिम्मेदारियां सौंपी जाएगी।
आईटी कॉलेज की शिफ्टिंग का अब तक पता नहीं
आईटी कॉलेज परिसर में 25 एकड़ जमीन मेडिकल कॉलेज के लिए दी है। उक्त जमीन पर कॉलेज के लिए नया भवन तैयार होगा। इससे पहले इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के भवन में अस्थाई रूप से मेडिकल कॉलेज शुरू किया जाएगा, लेकिन दूसरी ओर आईटी कॉलेज की शिफ्टिंग का पता नहीं है। न तो प्रबंधन को इस संबंध में कोई जानकारी है और न ही प्रशासन ने अब तक स्पष्ट किया है।
बेहतर कॉलेज बनाएंगे, नहीं होगी सुविधाओं में कमी: डीन
कोरबा मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. योगेंद्र बड़गैया ने बताया एक सप्ताह के दौरान कॉलेज खोलने इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी परिसर को हैंडओवर लेंगे। इसके बाद नियुक्ति समेत अन्य तैयारी शुरू कर दी जाएगी। नया मेडिकल कॉलेज ऐसा बनाएंगे कि दूसरे कॉलेजों से बेहतर होगा। सुविधाओं में कमी नहीं होगी। मेडिकल की पढ़ाई के साथ ही जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेगी।
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