
लैलूंगा नगर पंचायत में पार्षदों और सीएमओ की तनातनी ज्यादा बढ़ गई है। पंचायत प्रतिनिधियों ने भी सीएमओ के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए अनियमितता का आरोप लगाया है। उपाध्यक्ष सहित 10 पार्षद इसकी शिकायत करने कलेक्टर से मिले।
खास बात यह है कि शिकायत करने वाले पार्षदों में 8 सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के ही हैं और दो निर्दलीय हैं। अपनी सरकार और नगर पंचायत में खुद के अध्यक्ष होने के बाद भी कांग्रेसी पार्षदों को सड़क पर उतरना पड़ रहा है। शिकायतकर्ताओं के अनुसार नगर पंचायत लैलूंगा में प्रभारी सीएमओ के रूप में सीपी श्रीवास्तव को प्रभार दिया गया था।
जो संविदा नियुक्ति पर कार्यरत सामुदायिक संगठक थे। अनियमितता के कारण शासन द्वारा साल 2015 में , अपने मूल पद में लौटा दिया गया था, परंतु शासन द्वारा पुनः फरवरी 2019 से इन्हे नगर पंचायत लैलूंगा में पदस्थ किया गया है।
पार्षदों का आरोप है कि फरवरी 2019 से आज तक निर्माण कार्यों का गोपनीय टेंडर किया जा रहा है, समाचार पत्रों में बिना प्रकाशन आवंटित कार्यों को अपने चहेते ठेकेदार को गोपनीय रूप से दिया जाता है। पार्षदों ने कहा, कामों में गुणवत्ता का ध्यान नही दिया जाता है। जिसकी जांच कराई जाए, जिससे भ्रष्टाचार उजागर
हो सके।
ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ खोला मोर्चा, बदलने की मांग
लैलूंगा ब्लाक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ठंडाराम बेहरा को हटाने के लिए सदस्यों ने जिलाध्यक्ष से मांग की है। जिसमें कार्यकर्ता के साथ पदाधिकारी भी शामिल है। अपनी शिकायत में कांग्रेसियों ने अध्यक्ष पर पद के दुरुपयोग, मनमानी और अभद्रता का आरोप लगाया है।
जिला अध्यक्ष अरुण मालाकार को भेजे पत्र में ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष को स्वयंभू विधायक प्रतिनिधि तक लिखा है। शिकायत में ग्रामीण जिलाध्यक्ष से जल्द ही ब्लॉक अध्यक्ष को बदलने की मांग की है। शिकायतकर्ताओं में महिला कांग्रेस अध्यक्ष, पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ अध्यक्ष और जनपद पंचायत उपाध्यक्ष के साथ सैकड़ों सदस्य शामिल है।
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