
छत्तीसगढ़ में राशन में बांटे जाने वाला चना भी अब नेताओं की तरह बंट गया है। अच्छा है तो वो राज्य का है और खराब मिला तो केंद्र सरकार का निकला। ऐसा दावा खुद प्रदेश के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने किया है। धमतरी में PDS (सरकारी राशन दुकान) में खराब चने की शिकायत पर दावा किया कि ऐसा हो ही नहीं सकता। आरोप लगाना गलत है। जब जांच में खराब मिला तो कहा कि ये केंद्र ने भेजा है।
दरअसल, खाद्य मंत्री भगत बुधवार को राजाराव पाठार मेले में शामिल होने के लिए धमतरी पहुंचे थे। वहां कुछ देर के लिए रेस्ट हाउस में रुके तो स्थानीय लोगों ने PDS में खराब चना मिलने की शिकायत की। इस पर खाद्य मंत्री ने सभी दुकानों पर बेहतर चना मिलने का दावा करते हुए कहा कि आरोप लगाना बिल्कुल गलत है। किसी भी राशन दुकान में ले चलिए, मैं खुद जांच करता हूं। अगर गड़बड़ी मिली तो कार्रवाई करेंगे।
केंद्र की गरीब कल्याण योजना में बांटा जा रहा था
इसके बाद मंत्री भगत रेस्ट हाउस से निकले। लोहरसी राशन दुकान में जाकर चना की जांच की। उन्हें चने में मिट्टी, धूल और कंकड़ मिला। इसके 10 मिनट बाद ही मंत्रीजी के सुर बदल गए और उसे केंद्र सरकार का बता दिया। उन्होंने कहा कि राशन दुकान में जांच की है। 4-5 किलो चना बचा था। कोई लेने नहीं आया। चना केंद्र सरकार की ओर से गरीब कल्याण योजना के तहत बांटा जा रहा था।
1 किलो चने के हिसाब से 5 माह तक बांटने को दिया था
जिले में 1 लाख 97 हजार 109 लोगों के पास राशन कार्ड है। इन सभी को केंद्र सरकार ने प्रति कार्ड 1 किलो चना के हिसाब से 5 माह तक 9 लाख 85 हजार 545 किलो चना दिया है। राशन दुकानों में घुन लगा चना मिलने की शिकायत अफसरों से हुई, लेकिन अफसरों ने जांच तक नहीं की। खाद्य मंत्री जांच पर गए तो उनके सामने भी खराबी आई। वे भी अफसरों की तरह पल्ला झाड़ कर चले गए।
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