छत्तीसगढ़ में पिछले दो सालों में 104 एमओयू हुए हैं। इनमें 42 हजार 714 करोड़ रुपए पूंजी निवेश प्रस्तावित हैं। इससे प्रदेश के युवाओं के लिए 64 हजार से अधिक रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। छत्तीसगढ़ की नई उद्योग नीति और कोरोना-काल में उद्योगों के हित में शासन द्वारा उठाए गए कदमों से राज्य में बेहतर औद्योगिक वातावरण का निर्माण हुआ है।
कोरोना काल की असामान्य परिस्थितियों के बावजूद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में 464 स्टार्टअप शुरू करने में सफलता पाई है। 1 जनवरी 2019 से लेकर अब तक स्टील सेक्टर में 78 एमओयू हुए हैं। इसमें 37306.39 करोड़ रुपए का पूंजी निवेश प्रस्तावित है। सीमेंट सेक्टर के एक एमओयू में 2000 करोड़ रुपए का पूंजी निवेश प्रस्तावित है। एथेनॉल सेक्टर में 7 एमओयू हुए, जिनमें 1082.82 करोड़ का पूंजी निवेश होगा।
फूड सेक्टर में 5 एमओयू के माध्यम से 283.61 करोड़, फार्मास्युटिकल सेक्टर में 3 एमओयू के माध्यम से 56.41 करोड़ रुपए, डिफेंस सेक्टर में 3 एमओयू के माध्यम से 529.50 करोड़ रुपए, इलेक्ट्रानिक्स सेक्टर में 2 एमओयू के माध्यम से 30.76 करोड़ रुपए, सोलर सेक्टर में एक एमओयू के माध्यम से 245 करोड़ रुपए और अन्य सेक्टरों में 4 एमओयू के माध्यम से 1179.99 करोड़ रुपए का पूंजी निवेश प्रस्तावित है।
इससे स्टील सेक्टर में 53694, सीमेंट सेक्टर में 450, एथेनॉल सेक्टर में 986, फूड सेक्टर में 2434, फार्मास्युटिकल सेक्टर में 393, डिफेंस सेक्टर में 4494, इलेक्ट्रानिक्स सेक्टर में 258, सोलर सेक्टर में 280 और अन्य सेक्टरों में 1105 रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
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