
9 घंटे दैनिक भास्कर के रिपोर्टर से लगातार बातचीत के बाद आखिरकार ठगी करने वाले तस्कर पकड़े गए। सुबह 3.45 बजे पर अंतिम बातचीत के बाद चार बजे रायगढ़ वन विभाग की टीम ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। एक कार, एक पैंगोलिन के अलावा दो मोबाइल भी बरामद किए। तीन आरोपी अभी फरार हैं, उनकी भी तलाश जारी है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे पहले भी वन्यजीवों को बेचने के नाम पर लोगों को ठगी का शिकार बना चुके हैं। फिलहाल दोनों को कोर्ट में पेश कर 17 दिन की रिमांड पर भेजा जा रहा है। शनिवार शाम 7:30 बजे से सुबह 4 बजे तक चले स्टिंग ऑपरेशन की कहानी को हूबहू पढ़िए।
पूरी रात रिपोर्टर के संपर्क में थे वन अफसर, आखिर में रेंजर ने हाथापाई कर बहादुरी से दो को पकड़ा
दैनिक भास्कर रिपोर्टर को डॉक्टर तिलक चंद्र आजाद ने शनिवार को नंबर दिया और कहा कि आप ग्राहक बनकर पैंगोलिन खरीदने की बात कीजिए। मैंने ठग तस्करों को बताया है कि आप बिल्डर हो और भरोसे नहीं टूटेगा। रिपोर्टर ने शाम 7.30 बजे से ठग तस्करों से बात करना शुरू किया। एक करोड़ में सौदा तय होने के बाद उन्होंने रिपोर्टर को बरमकेला बुलाया। इधर रिपोर्टर ने रायगढ़ डीएफओ प्रणय मिश्रा जानकारी दी और रात में ही स्टिंग ऑपरेशन करने कहा। डीएफओ ने बरमकेला रेंजर सुरेंद्र कुमार को टीम बनाकर कार्रवाई करने कहा। रेंजर लगातार रिपोर्टर के संपर्क में रहे। रात साढ़े 10 बजे रिपोर्टर ने तस्कर से कहा कि मैं निकल गया हूं। पहली बार इस रूट पर आ रहा हूं इसलिए फोन चालू रखना ताकि भटक न जाऊं। ठीक 10-15 मिनट में तस्कर रिपोर्टर को फोन कर पूछता रहा कहां पहुंचे। रिपोर्टर ऑफिस में रहा और गूगल से लोकेशन देखकर उसे बताता रहा कि यहां पहुंचे। ठग तस्कर कह रहा था कि चले आओ। बरमकेला आकर फोन करना। इधर रेंजर पूरी टीम लेकर दबिश देने तैयार थे। रिपोर्टर से लगातार बात कर रहे थे। रात 1.45 बजे रिपोर्टर से तस्कर ने पूछा कि कहां पहुंचे। रिपोर्टर ने कहा बरमकेला आ गया हूं। आप कहां हो। तस्कर ने कहा कि अब आपको जंगल के रास्ते 15 किलोमीटर दानी-घाट तक आना पड़ेगा। रिपोर्टर ने कहा कि मेरे पास एक करोड़ रुपए हैं। मुख्यमंत्री का दौरा भी है। इसलिए ज्यादा इधर-उधर मत बुलाओ खतरा है। कई बार बुलाने के बाद भी जब रिपोर्टर ने जाने से मना किया तो तब तस्कर बोला रुको। आप कहां पर हो मैं आदमी भेज रहा हूं। रिपोर्टर ने तुरंत रेंजर को फोन कर पूछा कि बरमकेला के आसपास कोई दुकान या फिर ऐसी जगह बताओ जहां उसे बुला लें। रेंजर के बताने के बाद रिपोर्टर ने तस्कर से कहा मैं सागर आटो, दुर्गा मंदिर के पास खड़ा हूं। तब तक रेंजर वहां पहुंच चुके थे। तस्कर ने एक अल्टो कार भेजी। उसमें दो आदमी आए। इधर रेंजर और रिपोर्टर की लगातार बातचीत चल रही थी। तस्कर ने अल्टो के के पीछे आने कहा। रिपोर्टर ने कहा ज्यादा अंदर मत ले जाओ। यहीं माल दे दो। तस्कर बोला थोड़ी ही अंदर चलना है। दानी घाटी गांव की ओर करीब एक किलोमीटर चलने के बाद कुम्हारी पुलिया के पास रिपोर्टर ने रेंजर से कहा कि गाड़ी रोको। यहां से आगे नहीं जाएंगे। तस्कर ने फोन कर कहा रुक क्यों गए। रिपोर्टर बोले कि इससे आगे नहीं जाएंगे। मैं 200 किलोमीटर से आया हूं आप इतना नहीं आ सकते। कुछ देर तक फोन पर बात चली तब जाकर तस्कर माने और पांच लोग दो गाड़ी से आए। रेंजर और उनका सहयोगी टेकराम सिदार गाड़ी में ही बैठे थे। रिपोर्टर ने कहा सिर्फ एक आदमी पैंगोलिन लेकर आएगा। इधर रेंजर सबकुछ फोन पर सुन रहे थे। तस्कर बोला दो आदमी आएंगे। रिपोर्टर ने कहा ठीक है। जैसे ही तस्कर रेंजर की गाड़ी के पास पहुंचे। तस्कर और रेंजर के बीच हाथापाई शुरू हो गई। दोनों के बीच चली हाथापाई में रेंजर का मोबाइल नीचे गिर गया। रिपोर्ट सबकुछ फोन पर सुन रहा था। इतने में वन विभाग के और कर्मचारी पहुंचे और दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
आगे पूरे गिरोह का खात्मा करेंगे
रायगढ़ डीएफओ प्रणय मिश्रा ने दैनिक भास्कर से कहा कि पूरे गिरोह का खात्मा किया जाएगा। बरमकेला रेंजर सुरेंद्र कुमार अजय, परिक्षेत्र सहायक टेकराम सिदार, हीरालाल नायक, विदेशी राम सिदार, हीरालाल चौधरी और हेमंत साव ने रिपोर्टर की मदद लेकर इस ऑपरेशन को किया। पूरी टीम ने रात भर जाग कर ऑपरेशन को अंजाम दिया।
आज पेश करेंगे कोर्ट में : गोविंद नायक उम्र 50, रामचरण नायक उम्र 45 वर्ष दोनों आरोपी अभी वन विभाग की गिरफ्त में हैं। सोमवार को इन्हें काेर्ट में पेश कर जेल भेजा जाएगा। रेंजर ने बताया कि 17 दिन की रिमांड पर रखेंगे।
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