जशपुर/सन्ना(राकेश गुप्ता की रिपोर्ट) :- भ्रष्टाचार को लेकर सुर्खियां बटोरने वाला जशपुर जिले में अब शुरू हुई कार्यवाही।अनोखा अनोखा मानवता को शर्मसार करने वाला भ्रष्टाचार जिले के बगीचा ब्लाक में लगातार देखी जा रही है।कुछ दिन पहले बगीचा ब्लाक के खखरा ग्राम पंचायत में आधा दर्जन मृत मजदूरों के नाम पर मनरेगा में फर्जी हाजरी भर कर और जनपद के कर्मचारियों के सांठ गांठ से मृत व्यक्तियों के जॉब कार्ड में दूसरा खाता नम्बर एड करा के शासकीय राशि का बन्दबाँट करने का मामला हमारे ग्राउंड जीरो न्यूज में उजागर होने के बाद जिला के आईएएस अधिकारी जिला पंचायत सीईओ जितेंद्र यादव पूरे एक्शन मोड में दिख रहे हैं।
आपको बता दें कि बीते दिन जिला पंचायत सीईओ जितेंद्र यादव बगीचा ब्लाक के ग्राम पंचायत सन्ना के दौरे में दिखे।जहां उन्होंने सन्ना ग्राम पंचायत में मनरेगा में हो रहे कार्यों,गौठान,पीडीएस दुकान के अलावा सन्ना में स्थिति एकलब्य आवासीय कन्या परिसर का निरीक्षण किया।जहां वो पूरे एक्शन मोड में दिखे।एकलव्य में पढ़ाई करने वाले छात्राओं से मिल कर भी बातें की।
सन्ना दौरे में जिला पंचायत सीईओ जितेंद्र यादव ने हमारे ग्राउंड जीरो न्यूज को बयान देते हुए कहा कि खखरा ग्राम पंचायत में मृत मजदूरों के नाम पर राशि आहरण करने का मामला सामने आया था।जिसके बाद उसमें संलिप्तों को तत्काल सो काज नोटिश जारी कर दिया गया है।वहिं इस मामले में राशि आहरण करने वालों से रिकवरी भी किया जा रहा है।उन्होंने आगे बताया कि जितने भी संलिप्त हैं सब पर कार्यवाही होगी।जांच उपरांत इन सब पर पुलिस में एफआईआर भी दर्ज कराई जायेगी।वहीं उन्होंने यह भी बताया कि पिछले समय कामरिमा ग्राम पंचायत में हुए भ्रष्टाचार घोटाला और नाबालिक बच्चों के नाम पर जॉब कार्ड बना कर राशि का आहरण करने वाले सभी संलिप्तों से रिकवरी की कार्यवाही की जा रही है और इस मामले में भी पुलिस के माध्यम से हमारे द्वारा कार्यवाही कराई जाएगी।
बहरहाल इन दोनों ही मामलों में भ्रष्टाचार तो लगभग सिद्ध हो ही गया है।परन्तु यह समझ नही आ रहा है कि मामले में जांच भी हो गई और कुछ लोगो पर दोष भी सिद्ध हो गया उसके बाद भी अब तक एफआईआर क्यों नही कराई जा रही है..? हालांकि जशपुर जिले के आईएएस अधिकारी जिला पंचायत सीईओ जितेंद्र यादव अब पूरे एक्शन मोड में भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसते हुए भी दिख रहे हैं और मामले में एफआईआर भी कराने की बातें कह रहे हैं।बहरहाल अब देखना यह होगा कि आखिर कब तब इन मामले में एफआईआर दर्ज कराई जाती है।
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